सफलता पाने के लिए जिंदगी में अपनाएं यह 21 गुण
सफल कैसे बने (Safal Kaise Bane) या सफलता पाने के लिए क्या करें (Safalta pane ke liye kya kare) :आज के इस व्यस्त एवं प्रतियोगिता से पूर्ण जीवन में यह एक बहुत बड़ा सवाल है | यह सवाल आप को घोर निराशा / हताशा एवं मानसिक तनाव में जीवन व्यतीत करने के लिए विवश कर देता है | दोस्तों सफलता पाने के लिए या सबके दिलों पर राज करने के लिए जिस आकर्षण नाम के अद्भुत करंट की जरुरत होती है वह कही नजर नहीं आती |
जिंदगी तो हर कोई जीता है | लेकिन जिंदगी जीने का सबका अलग – अलग तरीका होता है | कोई बंधना नहीं चाहता तो कोई दूसरों को बांधकर रखना चाहता है | कोई अपनी इच्छाओं का तो कोई दूसरों की चाहतों का
अतिक्रमण करता है | कोई खुद को दोषी ठहराता है तो कोई दूसरों को | नतीजा, आप अपनी ही राहों के मकडजाल में फंसकर भीड़ में कही खो जाते है | ऐसे में मन मुताबिक
किसी को भी सफलता अनायास ही नहीं मिलती बल्कि सफलता पाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से विशेष प्रयत्न करने होते है | भाग्यवश यदि सफलता आपके हाथ लग भी जाये तो भी उसे बनाये रखने के लिए आपको निरंतर प्रयास करना आवश्यक होता है
सफलता पाने के 21 के टिप्स
वैसे तो जीवन में सफलता प्राप्त करने के अनेक उपाय है | लेकिन अगर आप अपने अंदर इस आकर्षण नाम के अद्भुत करंट को पैदा कर लें तो आप भी भीड़ में अपना असर छोड़ सकते है तो आयिए सफलता पाने के लिए क्यों न ऐसी कोशिश की जाए |
कामयाब होने के 21 तरीके (21 Tips for success)
जीवन में सफलता (success) पाना कोई असम्भव चीज नहीं है बस जरूरत है तो सफलता पाने के लिए बताए गए उपायों का अपने भीतर विकास करना | और आप भी कहे
दिल जीत ले वो नजर हम भी रखते है | भीड़ में नजर आये वो असर हम भी रखते है |
दिल से करें तारीफ, चापलूसी नहीं
तारीफ की ख्वाहिश तो हर कोई रखता है | इसलिए दूसरों की तारीफ और प्यार करने में कंजूसी न करें | यह दोनों चीजें किसी को भी जितना मिले उतना कम ही होता है | आपके तारीफ करने की आदत शायद शुरू में आपके मित्रोँ को अटपटा लगे, लेकिन जब वह देख लेंगे कि आप निष्कपट है तो वे उदारतापूर्वक प्रशंसा करने के आपके इस गुण पर मोहित हो जाएंगे |
व्यवहारिकता तो यह कहती है कि यदि प्रशंसा एकदम झूठी नहीं है, चाहे वह दिल की गहराई से न भी की गई हो तो भी बड़ा अच्छा प्रभाव छोड़ती है | अच्छी नीयत से की गई प्रशंसा हमेशा सराहनीय होती है |
दूसरों की भी सुने
दूसरों की बात ध्यान से सुनना एक प्रकार की कला है | इसलिए जब भी आप किसी से बातें करे तो सिर्फ अपना ही पक्ष न रखें बल्कि दूसरों को भी बोलने का मौका दे | उसकी बाते धैर्य से सुनें | सामने वाला आप से जो बात कह रहा है, उससे जुड़े सवाल पूछकर आप उसकी बात में दिलचस्पी भी जाहिर कर सकते है | अच्छे हाव – भाव के साथ सकारात्मक प्रतिक्रिया भी दे सकते है | बीच में बात न काटें क्योंकि इससे व्यक्ति आपसे बात करने से कतराने लगेगा | एक बार आप अपने अन्दर इस गुण का विकास करके देखिए, हर व्यक्ति आपसे दोस्ती के लिए हाथ बढ़ाता नजर आएगा |
दार्शनिक जिद्दू कृष्णमूर्ति कहते है ‘हम जितना सुनते है उतना सीखते हैं | दूसरों को ध्यान से सुनना केवल शब्दों को नहीं, उनके सभी एहसासों को भी सुनना है |’
सभी के लिए मददगार साबित हो
सफलता पाने के लिए पहले दूसरों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहिए | रूठों को मनाइये और ढेरों ऐसे ही काम कीजिए | सच्ची मदद पाने वाला आपके गुण गाएगा और कभी न कभी आपके काम भी आएगा | जो दूसरो की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहता है उस इंसान को सभी पसंद करते है |
ए. पी जे. अब्दुल कलाम कहते हैं, ‘मैं एक हैंडसम इंसान नहीं हूं, लेकिन मैं अपना हैंड उस किसी भी व्यक्ति को दे सकता हूं, जिसको मदद की जरुरत है | सुंदरता ह्रदय में होती है चेहरे में नहीं |’
चीखना – चिल्लाना उचित नहीं
बेहतर काम के साथ अच्छे सम्बंधों का होना आपकी सफलता के लिए सोने पर सुहागा सरीखा काम करता है | शांत रहकर पूरी मेहनत और ईमानदारी से अपना काम करते रहे | सहयोगियों पर चीखने – चिल्लाने से कोई फायदा नहीं होगा | चाहे आप student हो या office में काम करते हो चीखने – चलाने से हमेशा आपके व्यक्तित्व पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है |
शालीनता का रखे ख्याल
‘हमेशा अपनी बात कहने का अंदाज खूबसूरत रखों ताकि जबाब भी खूबसूरत सुन सको |’
जितना जरुरी सही समय पर सही बात बोलना होता है, उतना ही ग़लत मौको पर खुद को रोकना भी होता है | अगर आप की इमेज एक गुस्सैल प्रवृति के रूप में है तो इसे बदल लीजिए क्योंकि क्रोध करने की आदत केवल दूसरों को नहीं आपको भी दुखी करती है | सफलता पाने के लिए जरुरी है कि जब भी आप किसी से मिले हाथ मिलाएँ, मुस्कुराएँ, और उनके साथ अपनी खुशियाँ शेयर करें | गर्मजोशी से हाथ मिलाने और मुस्कुरा कर मिलना शालीनता की पहचान होती है | यह बात काफी घिसी – पिटी है पर यह पूरी तरह सच है | शालीनता पूर्वक व्यवहार संक्रामक होती है | अगर विश्वास न हो तो आप एक बार आजमा कर देखिए |
मतभेद न पनपने दें
किसी से मतभेद होना आम बात है लेकिन आप उस मतभेद को मन का भेद न बनने दें | शत्रुता, मनमुटाव या बदले की भावना पर सर खपाना उर्जा की बर्बादी है | जिस प्रकार गन्ने में जहाँ गाँठ होती है वहां रस नहीं होता और जहाँ रस होता है वहां गाँठ नहीं होती | बस जीवन भी ऐसा ही है | यदि मन में किसी के लिए नफरत की गाँठ होगी तो हमारा जीवन भी बिना रस के बन जाएगा और जीवन का रस बनाए रखना है तो नफरत की गाँठ को निकालना ही होगा |
झूठ बोलना या नाटक करना ठीक नहीं
दूसरों के सहारे अपना काम निकलवाना, झूठ बोलना, दूसरों को धोखा देना, केवल अपना ही फायदा सोचना, डिंगे हाकना और इस बात का इंतजार करना कि कोई आप को खुशी देगा या आप की लोगों में अच्छी पहचान बनेगी तो यह व्यर्थ की कल्पना है | सच मानिए ऐसे व्यवहार से लोग प्रभावित नहीं होते बल्कि वह समझ जाते है कि आप भीतर से कितने कमजोर और असुरक्षित है | बेहतर यही होगा कि जब भी आप अपने आप को दूर की हांकते पकड़ लें तो वही रुक जायें |
सामने वाले का हौसला बढायें
दूसरो पर व्यंग करने के वजाय ऐसे शब्दों का प्रयोग करे जिससे सामने वाले का हौसला बढे | हौसला बढ़ाने के कुछ वाक्य पेश है –
‘मुझे बहुत ख़ुशी है कि आपने योग से अपने आप को fit बना लिया है |’
‘अरे आज तो आपने कमाल कर दिया | Office time से पहुँच गए !’‘क्या बात है ! कमाल कर दिया आपने | तम्बाकू छोड़ दी | बहुत बढियां काम किया |’
दूसरों की प्रशंसा करने में कंजूसी न करें
प्रशंसा करने में कंजूसी न करें | जब भी किसी में कोई अच्छी बात देखें तो उसकी तारीफ जरुर करें | हो सके तो उस इंसान की मौजूदगी में प्रशंसा करें | आपकी सच्ची प्रशंसा से किसी मुरझाएं का दिल खिल सकता है | सच मानिए कोई – कोई प्रशंसा तो वर्षों याद रखे जाते है |
सभी के सामने दुखड़ा न रोयें
हर वक्त हर किसी के सामने अपना दुखड़ा रोना अच्छी बात नहीं होती है | आप की समस्या बड़ी हो या छोटी यह कोई नहीं समझता | वह कहावत तो आपने सुनी होगी ! हंसने वाले का सब साथ देते है लेकिन रोने वाला अकेले ही रोता है | सहज और सुखद बातचीत हमेशा लोगो को बड़ी अच्छी लगती है |
हमेशा खुद को सही साबित करने की कोशिश न करें
आप इस मुगालते में न रहे कि आप सब जानते है और आप के पास जो जानकारी है वही सच है | अपने सहकर्मियों की भी बाते सुने | इससे आपका ज्ञान ही बढेगा |
समस्या है तो समाधान भी है
सफलता पाने के लिए समस्या का मातम न मनाए बल्कि उन्हें दूर करने की कोशिश करे | दुख केवल आपको दर्द देगा खुशी नहीं | एक बात यह भी सच है कि दुःख के समय भी हल्के मन से बातचीत करने वाले की लोग बहुत इज्जत करते है | लोग उसकी प्रशंसा करते है कि फला व्यक्ति बड़ा ‘खुशदिल’ या जिंदादिल है |
Always look at the solution. Not the problem. Learn to focus on what will give results.
सफलता पाने के लिए जिए और जीने दें
दूसरों के विचारों का तिरस्कार न करें | Simple सी बात है कि यदि आप सलमान खान को पसंद करते है तो आपको कोई हक़ नहीं कि आप दूसरे हीरो के fan के सामने उसके favourite hero का मजाक बनाए | इसलिए हमेशा दूसरो के विचारो का भी सम्मान करे |
सभी से खुले मन से मिलिए
सफलता पाने के लिए या लोकप्रिय बनने के लिए थोडा खुलना तो पड़ेगा ही | चुप्पी साधे रखने वाले व्यक्ति से कौन अपने दिल का हाल कहेगा और कौन उससे घुलेगा – मिलेगा |
अपनी गलती को स्वीकार करें
गलती करने पर ‘sorry’ कहने में न हिचकिचाए | क्षमा याचना दिल को जीतने वाला एक बेहद असरदार गुण है | किसी का दिल जीतने वाला ही सफलता (success) की सीढ़ी भी जल्दी चढ़ता है |
दूसरो के प्रति ईमानदार बनिए
आप ने अक्सर देखा होगा कि कोई व्यक्ति किसी समूह में अजीबों – गरीब सवाल करके अपने talent की धाक तो बैठा लेता हैं लेकिन जब कोई व्यक्ति उसका उत्तर देने का प्रयत्न करता है तो उसे boring समझकर वहां से रफूचक्कर हो लेते हैं | ऐसा कभी न करें क्योकि इससे लोग आपको हलके में लेने लगते है |
सफलता पाने के लिए स्पष्टवादी बनिए
कोई मनमुटाव होने पर आमतौर पर लोग उसके गुबार या जहर को मन में पाले वर्षों बैठे रहते हैं | पीठ पीछे ऐसे लोगों का ‘घुन्ना’ कहा जाता है | आप यह न करें विवाद या झगड़ा होने पर साफ़ – साफ़ उस पर बातचीत करें और हल खोजें | आपकी यह स्पष्टवादिता लोगों को बड़ी पसंद आयेगी |
समझदार बनिए
अगर कोई व्यक्ति आपके सामने अपनी गलती मान ले तो आप उसकी गलतियों के लिए उसे नीचा न दिखाए | इसी प्रकार यदि कोई अपनी किसी गलती के लिए अपने आप को दोष दे रहा हो तो आप भी उसको सुनाने न लग जाए | खुद की गलती के लिए खुद को दोष देना अलग बात है लेकिन किसी दूसरे के द्वारा इस तरह की बात सुनना बहुत अपमानजनक लगता है | इस कठिन समय उसे आपकी हमदर्दी की आवश्यकता होती है न कि गलतियों को highlight करने वाले की | याद रखिए कोई अपने आपको चाहे जो कहे लेकिन आपको उसे नहीं दोहराना है |
दिल से दें उधार
दोस्ती में उधार भी चलता है, चाहे वह एक कटोरी शक्कर हो या कुछ रुपए उधार देने का | ऐसा न हो कि आप दावा तो करते है दोस्ती में जान छिड़कने की और जहाँ दोस्त ने सौ रुपए मांगे कि भौ पर बल डाल लिए |
गलतियों को माफ करना सीखे
दूसरों को माफ करना बडप्पन की निशानी होती है | जब तक आप यह सोचते रहेंगे कि कोई चीज आप के हिसाब से नहीं है तब तक आप का दुसरे व्यक्तियों से गिले – शिकवे जस के तस बने रहेंगे | इसलिए इस दुष्चक्र से बाहर निकले और क्षमाशील बने |
The weak can never forgive. Forgiveness is the attribute of the strong.
– Mahatma Gandhi
इस पूरी बातचीत का अंतिम बिंदु यही है कि आप सफलता पाने के लिए लोगों के साथ वैसा ही व्यहार करें जैसा कि आप अपने लिए दूसरों से अपेक्षा करते है | लोग क्या चाहते है ? प्यार, सहानभूति और संवेदना और यही उन्हें दें | उनकी जगह अपने को रखकर देखने की आदत डालें, उनके सुख – दुःख को शेयर करें और आप स्वयं पाएंगे कि आपके चाहने वालों का एक हुजूम हमेशा आप के साथ है |
दोस्तों “जीवन में सफलता कैसे प्राप्त करें” यह एक महत्वपूर्ण सवाल जरुर है लेकिन यह भी सच है कि हर कोई जन्म से सफल (success) नहीं होता है | निरंतर अभ्यास से आप न सिर्फ बेहतर तरीके से लोगों से जुड़ सकते है बल्कि लोगों के दिलो पर कभी न मिटने वाली अमिट छाप भी छोड़ सकते है |
निवदेन – Friends अगर आपको “जीवन में सफलता पाने के लिए 21 tips” पर यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे जरुर share कीजियेगा और हाँ हमारा free email subscription जरुर ले ताकि मैं अपने future posts सीधे आपके inbox में भेज सकूं |
Nice tips sir
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